हिन्दी निबन्ध महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर


हिन्दी निबन्ध महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर:-
हिन्दी निबन्ध का जन्म काल कहलाता है?
भारतेन्दु-काल*
द्विवेदी युग
प्रसाद युग
इनमे से कोई नही
भारतेंदु के ‘काश्मीर कुसुम’ ‘उदयपुरोदय’, ‘कालचक्र’, ‘बादशाह दर्पण’आदि किस श्रेणी के निबन्ध है?
विवरणात्मक
ऐतिहासिक*
व्यंग्यपूर्ण
विचारात्मक
भारतेंदु के ‘ ‘वैद्यनाथ धाम’, ‘हरिद्वार’, सरयू पार की यात्रा’ आदि किस श्रेणी के निबन्ध है?
विवरणात्मक*
ऐतिहासिक
व्यंग्यपूर्ण
विचारात्मक
भारतेंदु का ‘‘कंकण स्तोत्र’ किस श्रेणी का निबन्ध है?
ऐतिहासिक*
विवरणात्मक
विचारात्मक
व्यंग्यपूर्ण वर्णनात्मक*
भारतेंदु का ‘नाटक’, ‘वैष्णवता और भारतवर्ष’ आदि किस श्रेणी के निबन्ध है?
विचारात्मक निबन्ध *
विवरणात्मक
ऐतिहासिक
व्यंग्यपूर्ण
‘मेला-ठेला’, ‘वकील’ किसके वर्णनात्मक निबन्ध हैं?
बालकृष्ण भट्ट *
प्रताप नारायण मिश्र
बाबू गुलाब रॉय
महावीर प्रसाद द्विवेदी
आंसू’, ‘चन्द्रोदय’, ‘सहानुभूति’, ‘आशा माधुर्य’, ‘खटका’ : किसके  भावात्मक निबन्ध हैं?
बालकृष्ण भट्ट *
प्रताप नारायण मिश्र
बाबू गुलाब रॉय
महावीर प्रसाद द्विवेदी
आत्म-निर्भरता’, ‘कल्पना-शक्ति’, ‘तर्क’, और ‘विश्वास’   किसके विचारात्मक निबन्ध हैं?
बालकृष्ण भट्ट *
प्रताप नारायण मिश्र
बाबू गुलाब रॉय
महावीर प्रसाद द्विवेदी
‘इंगलिस पढ़े तो बाबू होय’ किसका निबन्ध है?
बालकृष्ण भट्ट *
प्रताप नारायण मिश्र
बाबू गुलाब रॉय
महावीर प्रसाद द्विवेदी
रोटी कमा खाय किसी भाँति,,मुछन्दर’, किसके निबन्ध है?
प्रताप नारायण मिश्र
बालकृष्ण भट्ट *
बाबू गुलाब रॉय
महावीर प्रसाद द्विवेदी
जन-साहित्य को जन-भाषा में लिखने वाले नि बन्धकारों  में किसका नाम सर्वप्रथम आता है?
बालकृष्ण भट्ट
प्रतापनारायण मिश्र*
बाबू गुलाब रॉय
महावीर प्रसाद द्विवेदी
‘ब्राह्मण’ नामक पत्र में निकाल कर उसमें किसने अपने छापे थे ?
प्रतापनारायण मिश्र*
बालकृष्ण भट्ट
बाबू गुलाब रॉय
महावीर प्रसाद द्विवेदी
किसने ‘नाक’, ‘भौह’, ‘वृद्ध’, ‘दांत’, ‘पेट’, ‘मृच्छ’ आदि छोटे-छोटे विषयों पर  बढ़िया, मनोरंजन और उच्च उद्देश्य को लेकर निबन्ध लिखे?
बाल कृष्ण   भट्ट
प्रतापनारायण मिश्र*
बाबू गुलाब रॉय
महावीर प्रसाद द्विवेदी
किसकी  शैली में घरेलू बोलचाल की शब्दावली तथा पूर्वी बोलियों की कहावतों और मुहावरों का प्रयोग  अधिक मिलता है?
प्रतापनारायण मिश्र*
बाबू गुलाब रॉय
बालमुकुंद गुप्त
बालकृष्ण भट्ट
‘आत्मीयता’, ‘चिन्ता’, ‘मनोयोग’ किसके विचारात्मक निबन्ध हैं?
प्रतापनारायण मिश्र*
बाबू गुलाब रॉय
महावीर प्रसाद द्विवेदी
बालकृष्ण भट्ट
अपने निरालेपन के लिए याद किए जाते हैं।निबन्धकार जो ‘नागरी नीरद’ और ‘आनन्द कादम्बिनी’ नामक पत्र निकालते थे जिसमे इनके निबन्ध छपा करते थे?
प्रेमघन जी*
बाबू गुलाब रॉय
महावीर प्रसाद द्विवेदी
बालकृष्ण भट्ट
‘फागुन’, ‘मित्र’, ‘ऋतू-वर्णन  आदि किसके अच्छे निबन्ध हैं?
प्रेमघन जी*
बाबू गुलाब रॉय
महावीर प्रसाद द्विवेदी
बालकृष्ण भट्ट
वह निबन्धकार‘शिवशम्भू’ के नाम से ‘भारतमित्र’ में  ‘शिवसम्भू’ का चिट्ठा’ लिखा करते थे "जो हास्य-व्यंग्य के बहाने ‘शिवशम्भू का चिट्ठा नाम से पुस्तक रूप में प्रकाशित हुए?
बालमुकुंद गुप्त*
बाबू गुलाब रॉय
महावीर प्रसाद द्विवेदी
बालकृष्ण भट्ट
यमपुर की यात्रा’ नाम निबन्ध किसने लिखा जिसमे धार्मिक अंधविश्वास का बहुत मजाक उड़ाया है। धार्मिक विचारों के लोग गाय की पूंछ पकड़कर वैतरणी पार करते हैं। इसमें कुत्ते के पूंछ पकड़कर वैतरणी पार कराई गई है ?
राधाचरण गोस्वामी*
बाबू गुलाब रॉय
महावीर प्रसाद द्विवेदी
बालकृष्ण भट्ट
किसने अंग्रेज लेखक बेकन के निबन्धों का अनुवाद ‘बेकन-विचार-रत्नावली’ के नाम से किया?
बाबू गुलाब रॉय
बालमुकुंद गुप्त
बालकृष्ण भट्ट
महावीर प्रसाद द्विवेदी ने *
माधव प्रसाद मिश्र, अध्यापक पूर्णसिंह और चन्द्रधर शर्मा गुलेरी किस युग के प्रमुख निबन्धकार हैं?
द्विवेदी युग *
भारतेन्दु-काल
प्रसाद युग
इनमे से कोई नही
किसने अपने निबन्धों और समालोचनाओं के द्वारा सबसे मुख्य काम इन्होंने भाषा-सुधार का किया?
महावीर प्रसाद द्विवेदी *
बाबू गुलाब रॉय
बालमुकुंद गुप्त
बालकृष्ण भट्ट
‘कवि और कविता’ ‘प्रतिभा’, ‘साहित्य की महत्ता’ किनके विचारात्मक निबन्ध हैं?
बाबू गुलाब रॉय
बालमुकुंद गुप्त
बालकृष्ण भट्ट
महावीर प्रसाद द्विवेदी *
‘लोभ’, ‘क्रोध’ ‘संतोष’ किसके भावात्मक, निबन्ध है?
महावीर प्रसाद द्विवेदी *
बाबू गुलाब रॉय
बालमुकुंद गुप्त
बालकृष्ण भट्ट
‘हंस का क्षीरनीर विवेक’, ‘जापान में पतंगबाजी’, ‘हजारों वर्ष पुराने खंडहर’ और ‘प्रताप सुषमा’ किसके वर्णनात्मक निबन्ध है ?
महावीर प्रसाद द्विवेदी *
बाबू गुलाब रॉय
बालमुकुंद गुप्त
बालकृष्ण भट्ट
किनकी रचनाओं को पढ़कर ऐसा लगता है कि एक आचार्य शिष्य-मण्डली को पढ़ा रहा है?
बाबू गुलाब रॉय
बालमुकुंद गुप्त
बालकृष्ण भट्ट
महावीर प्रसाद द्विवेदी *
द्विवेदी युग के सबसे प्रमुख, भावुक और विचारक निबन्धकार हैं?
अध्यापक पूर्णसिंह *
बाबू गुलाब रॉय
बालमुकुंद गुप्त
बालकृष्ण भट्ट
वह निबन्धकार जिसने केवल छः निबन्ध लिखे फिर भी अपने समय के श्रेष्ठ लेखक माने गए?
बाबू गुलाब रॉय
बालमुकुंद गुप्त
बालकृष्ण भट्ट
अध्यापक पूर्णसिंह *
मजदूरी और प्रेम’, ‘आचरण की सभ्यता’, और ‘सच्ची वीरता’ किसके प्रमुख निबन्ध है?
बाबू गुलाब रॉय
बालमुकुंद गुप्त
बालकृष्ण भट्ट
अध्यापक पूर्णसिंह*
‘कछुआ धर्म’ नामक निबंध भी किसके लेखक के गम्भीर तर्कपूर्ण, प्रभावशाली, विचार-प्रधान शैली इनकी विद्वता और तर्क-कुशलता का सुन्दर उदाहरण है?
चन्द्रधर शर्मा गुलेरी*
बाबू गुलाब रॉय
बालमुकुंद गुप्त
बालकृष्ण भट्ट
कौनसा युग हिन्दी साहित्य का स्वर्ण काल है जिसमे कहानी, उपन्यास, नाटक, निबन्ध, आलोचना सभी का खूब विकास हुआ?
भारतेन्दु युग
द्विवेदी युग
प्रसाद युग*
शुक्ल युग
‘मेरी असफलताएं’ किसका आत्मपरक या वैयक्तिक व्यंग्यात्मक निबन्ध संग्रह हैं?
बाबू गुलाब राय*
राधाचरण गोस्वामी
बालमुकुंद गुप्त
बालकृष्ण भट्ट
फिर निराशा क्यों"अंधेरी कोठरी’ किनके विचारात्मक निबन्ध संग्रह हैं?
महावीर प्रसाद द्विवेदी
बालमुकुंद गुप्त
बालकृष्ण भट्ट
बाबू गुलाब राय*
चिन्तामणि निबन्ध-संग्रह ‘’ भारतीय साहित्य में ही नहीं, विश्व-साहित्य में महत्वपूर्ण स्थान रखता है इसके लेखक है?
आचार्य रामचन्द्र शुक्ल *
बाबू गुलाब रॉय
बालमुकुंद गुप्त
बालकृष्ण भट्ट
विचारात्मक निबन्धों में किसके  निबन्ध सर्वश्रेष्ठ हैं?
प्रतापनारायण मिश्र
रामचन्द्र शुक्ल जी *
बाबू गुलाब रॉय
बालकृष्ण भट्ट
‘कविता क्या है?’ ‘साधारणीकरण और व्यक्तिवैचित्रय’  ‘तुलसीदास का भक्ति मार्ग’, ‘मानस की धर्म-भूमि’ आदि किसके  साहित्य-समीक्षा-सम्बन्धी निबन्ध है?
बालमुकुंद गुप्त
रामचन्द्र शुक्ल जी*
महावीर प्रसाद द्विवेदी
बालकृष्ण भट्ट
‘पृथिवी पुत्र’  किसका निबन्ध है जिसमे एक स्थान पर कहा है : ‘‘विदेशी विचारों को मस्तिष्क में भर कर उन्हें अधपके ही बाहर उंडेल देने से किसी साहित्य का लेखक लोक में चिर जीवन नहीं पा सकता। हिन्दी साहित्यकारों को अपनी खुराक भारत की सांस्कृतिक और प्राकृतिक भूमि से प्राप्त करना चाहिए।’’
निराला जी*
हजारी प्रसाद द्विवेदी
बालकृष्ण भट्ट
महावीर प्रसाद द्विवेदी
‘युग और कला’, ‘साहित्य देवता’, ‘रंगों की बोली’, ‘व्यक्तित्व’ आदि निबन्ध  किसके है?
हजारी प्रसाद द्विवेदी
बालकृष्ण भट्ट
महावीर प्रसाद द्विवेदी
माखनलाल चतुर्वेदी*
छितवन की छाँह,  कदम की फूली डाल तथा  तुम चन्दन हम पानी किसके निबन्ध संग्रह है?
हजारी प्रसाद द्विवेदी
बालकृष्ण भट्ट
महावीर प्रसाद द्विवेदी
विद्यानिवास मिश्र*
किसके निबन्धों के संग्रह का नाम है : ‘खरगोश के सींग’  नाम से है?
हजारी प्रसाद द्विवेदी
बालकृष्ण भट्ट
महावीर प्रसाद द्विवेदी
प्रभाकर माचवे*
बकलम-खुद’  किसकानिबन्ध-संग्रह है :
नामवर सिंह*
हजारी प्रसाद द्विवेदी
बालकृष्ण भट्ट
महावीर प्रसाद द्विवेदी
‘भूत के पाँव’ ‘सदाचार का ताबीज’ और ‘निठल्ले की डायरी’ में किनके व्यंग्य लेख संग्रहीत हैं।?
हजारी प्रसाद द्विवेदी
बालकृष्ण भट्ट
महावीर प्रसाद द्विवेदी
हरिशंकर परसाई के *
‘शिकायत मुझे भी है’  निबन्ध संग्रह किसका है?
हजारी प्रसाद द्विवेदी
बालकृष्ण भट्ट
महावीर प्रसाद द्विवेदी
हरिशंकर परसाई का *
‘बागपत के खरबूजे नामक प्रसिद्ध निबन्ध संकलन  किसका हैं?
हजारी प्रसाद द्विवेदी
बालकृष्ण भट्ट
महावीर प्रसाद द्विवेदी
हरीशनवल का*
हिंदी निबंध का वास्तविक जनक माना जाता है-
भारतेंदु हरिश्चंद्र
आचार्य रामचंद्र शुक्ल*
बालकृष्ण भट्ट
राजा शिवप्रसाद सितारे हिंद
आचार्य रामचंद्र शुक्ल किस प्रकार के निबंधकार माने जाते हैं-
वर्णनात्मक निबंधकार
कथात्मक निबंधकार
विचारात्मक निबंधकार*
भावात्मक निबंधकार
वर्णनात्मक निबंध किस शैली में लिखे जाते हैं-
व्यास शैली*
समास शैली
धारा शैली
तंरग शैली
यदि गद्य कवियों की कसौटी है तो निबंध गद्य की कसौटी है" कथन है-
रामचंद्र शुक्ल *
हजारी प्रसाद द्विवेदी
बाबू श्यामसुंदर दास
नगेन्द्र
विचारात्मक निबंध किस शैली में लिखे जाते हैं-
व्यास शैली
समास शैली
धारा शैली*
विक्षेप या तंरग शैली
'कलात्मक निबंध का जन्मदाता' किसे माना जाता हैं-
भारतेंदु हरिश्चंद्र
आचार्य रामचंद्र शुक्ल
बालकृष्ण भट्ट *
प्रताप नारायण मिश्र
निबंध सम्राट' कहा जाता हैं-
भारतेंदु हरिश्चंद्र
आचार्य रामचंद्र शुक्ल *
बालकृष्ण भट्ट
प्रताप नारायण मिश्र
कालचक्र' निबंध संग्रह है-
बालकृष्ण भट्ट
भारतेंदु हरिश्चंद्र *
प्रताप नारायण मिश्र
बालमुकुंद गुप्त
'साहित्य सुमन' निबंध संग्रह हैं-
बालकृष्ण भट्ट*
भारतेंदु हरिश्चंद्र
प्रताप नारायण मिश्र
बालमुकुंद गुप्त
बादशाह दर्पण' निबंध संग्रह है-
बालकृष्ण भट्ट
भारतेंदु हरिश्चंद्र *
प्रताप नारायण मिश्र
बालमुकुंद गुप्त
देवताओं से हमारी बातचीत' निबंध है-?
बालकृष्ण भट्ट*
भारतेंदु हरिश्चंद्र
प्रताप नारायण मिश्र
बालमुकुंद गुप्त
रोटी तो किसी भाँति कमा खाय ,मछंदर', निबंध  हैं-?
बालकृष्ण भट्ट *
भारतेंदु हरिश्चंद्र
प्रताप नारायण मिश्र
बालमुकुंद गुप्त
हिंदी प्रदीप'(1872) पत्र के संपादक हैं-
बालकृष्ण भट्ट *
भारतेंदु हरिश्चंद्र
प्रताप नारायण मिश्र
बालमुकुंद गुप्त
भारतेंदु  युग का सर्वश्रेष्ठ  निबन्धकार कहलाते हैं।
बालकृष्ण भट्ट *
प्रताप नारायण मिश्र
बाबू गुलाब रॉय
महावीर प्रसाद द्विवेदी
हिन्दी का ‘मान्तेन,  किसे कहा जाता है ?
बालकृष्ण भट्ट *
प्रताप नारायण मिश्र
बाबू गुलाब रॉय
महावीर प्रसाद द्विवेदी
रामचन्द्र शुक्ल ने निबन्ध रचना के क्षेत्र में हिन्दी का ‘स्टील,  किसे कहा जाता है ?
प्रताप नारायण मिश्र
बालकृष्ण भट्ट *
बाबू गुलाब रॉय
महावीर प्रसाद द्विवेदी
रामचन्द्र शुक्ल ने निबन्ध रचना के क्षेत्र में हिंदी का एडिसन किसे कहा है
प्रताप नारायण मिश्र*
बालकृष्ण भट्ट
बाबू गुलाब राय
महावीर प्रसाद द्विवेदी
Post Navi

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ