Sr. No.
|
वर्ष
|
रचना व
रचनकर
|
Sr. No.
|
वर्ष
|
रचना व
रचनकर
|
1
|
1905
|
अनुमोदन का
अन्त
(महावीरप्रसाद
द्विवेदी)
|
100
|
1972
|
मेरा परिवार
(महादेवी
वर्मा)
|
2
|
1907
|
इंग्लैंड के
देहात में
महाराज
बनारस का
कुआं
(काशीप्रसाद
जायसवाल)
|
101
|
1972
|
अन्तिम
अध्याय
(पदुमलाल
पुन्नालाल
बख़्शी)
|
3
|
1907
|
सभा की
सभ्यता
(महावीरप्रसाद
द्विवेदी)
|
102
|
1973
|
जिनके साथ
जिया
(अमृतलाल
नागर)
|
4
|
1908
|
लन्दन का फाग
या कुहरा
(प्यारेलाल
मिश्र)
|
103
|
1974
|
स्मृति की
त्रिवेणिका
(लक्ष्मी
शंकर व्यास)
|
5
|
1909
|
मेरी नई
दुनिया
सम्बन्धिनी
रामकहानी
(भोलदत्त
पांडेय)
|
104
|
1975
|
चन्द सतरें
और (अनीता
राकेश)
|
6
|
1911
|
अमेरिका में
आनेवाले
विद्यार्थियों
की सूचना
(जगन्नाथ
खन्ना)
|
105
|
1975
|
मेरा हमदम
मेरा दोस्त
(कमलेश्वर)
|
7
|
1913
|
मेरी
छुट्टियों
का प्रथम
सप्ताह
(जगदीश
बिहारी सेठ)
|
106
|
1975
|
रेखाएं और
संस्मरण
(क्षेमचन्द्र
सुमन)
|
8
|
1913
|
वाशिंगटन
महाविद्यालय
का संस्थापन
दिनोत्सव
(पांडुरंग
खानखोजे)
|
107
|
1976
|
बीती बातें
(परिपूर्णानन्द)
|
9
|
1918
|
इधर-उधर की
बातें
(रामकुमार
खेमका)
|
108
|
1976
|
मैंने
स्मृति के
दीप जलाए
(रामनाथ
सुमन)
|
10
|
1921
|
कुछ संस्मरण
(वृन्दालाल
वर्मा, सुधा 1921
में
प्रकाशित)
|
109
|
1977
|
मेरे
क्रान्तिकारी
साथी
(भगतसिंह)
|
11
|
1921
|
मेरे
प्राथमिक
जीवन की
स्मृतियां
(इलाचन्द्र
जोशी, सुधा 1921
में
प्रकाशित)
|
110
|
1977
|
हम हशमत
(कृष्णा
सोबती)
|
12
|
1929
|
पदम पराग
(पदमसिंह
शर्मा)
|
111
|
1978
|
संस्मरण को
पाथेय बनने
दो
(विष्णुकान्त
शास्त्री)
|
13
|
1930
|
रामा
(महादेवी
वर्मा)
|
112
|
1978
|
कुछ
ख़्वाबों
में कुछ
ख़यालों में
(शंकर दयाल
सिंह)
|
14
|
1932
|
मदन मोहन के
सम्बन्ध की
कुछ पुरानी
स्मृतियां
(शिवराम
पांडेय)
|
113
|
1979
|
अतीत के गर्त
से (भगवतीचरण
वर्मा)
|
15
|
1934
|
बिन्दा
(महादेवी
वर्मा)
|
114
|
1979
|
श्रद्धांजलि
संस्मरण
(मैथिलीशरण
गुप्त)
|
16
|
1935
|
घीसा
(महादेवी
वर्मा)
|
115
|
1979
|
पुनः
(सुलोचना
रांगेय
राघव)
|
17
|
1935
|
बिट्टो
(महादेवी
वर्मा)
|
116
|
1980
|
यादों के
झरोखे (कुंवर
सुरेश सिंह)
|
18
|
1935
|
सबिया
(महादेवी
वर्मा)
|
117
|
1980
|
लीक-अलीक
(भारतभूषण
अग्रवाल)
|
19
|
1936
|
शिकार
(श्रीराम
शर्मा)
|
118
|
1981
|
यादों की
तीर्थयात्रा
(विष्णु
प्रभाकर)
|
20
|
1937
|
बोलती
प्रतिमा
(श्रीराम
शर्मा, भाई
जगन्नाथ इस
संकलन का
सर्वश्रेष्ठ
संस्मरण)
|
119
|
1981
|
औरों के
बहाने
(राजेन्द्र
यादव)
|
21
|
1937
|
साहित्यिकों
के संस्मरण
(ज्योतिलाल
भार्गव, हंस
के
प्रेमचन्द
स्मृति अंक 1937
सं. पराड़कर)
|
120
|
1981
|
जिनके साथ
जिया
(अमृतलाल
नागर)
|
22
|
1937
|
क्रान्तियुग
के संस्मरण
(मन्मथनाथ
गुप्त)
|
121
|
1981
|
सृजन का
सुख-दुख
(प्रतिभा
अग्रवाल)
|
23
|
1938
|
झलक
(शिवनारायण
टंडन)
|
122
|
1982
|
संस्मरणों
के सुमन
(रामकुमार
वर्मा)
|
24
|
1938
|
लाल तारा
(रामवृक्ष
बेनीपुरी)
|
123
|
1982
|
स्मृति-लेखा
(अज्ञेय)
|
25
|
1939
|
प्राणों का
सौदा
(श्रीराम
शर्मा)
|
124
|
1082
|
आदमी से आदमी
तक (भीमसेन
त्यागी)
|
26
|
1940
|
रेखाचित्र
(प्रकाशचन्द्र
गुप्त)
|
125
|
1983
|
मेरे अग्रज :
मेरे मीत
(विष्णु
प्रभाकर)
|
27
|
1940
|
टूटा तारा
(संस्मरण :
मौलवी साहब,
देवी बाबा,
राजा
राधिकारमण
प्र. सिंह)
|
126
|
1983
|
युगपुरुष
(रामेश्वर
शुक्ल
‘अंचल’)
|
28
|
1941
|
अतीत के
चलचित्र
(महादेवी
वर्मा)
|
127
|
1983
|
निराला जीवन
और संघर्ष के
मूर्तिमान
रूप (डॉ॰ ये॰
पे॰
चेलीशेव)
|
29
|
1942
|
तीस दिन
मालवीय जी के
साथ (रामनरेश
त्रिपाठी)
|
128
|
1984
|
बन तुलसी की
गन्ध (रेणु)
|
30
|
1942
|
गोर्की के
संस्मरण
(इलाचन्द्र
जोशी)
|
129
|
1984
|
दीवान ख़ाना
(पद्मा
सचदेव)
|
31
|
1943
|
स्मृति की
रेखाएं
(महादेवी
वर्मा)
|
130
|
1986
|
रस गगन गुफा
में
(भगवतीशरण
उपाध्याय)
|
32
|
1943
|
चरित्र रेखा
(जनार्दन
प्रसाद
द्विज)
|
131
|
1988
|
हज़ारीप्रसाद
द्विवेदी :
कुछ संस्मरण
(कमल किशोर
गोयनका)
|
33
|
1946
|
माटी की
मूरतें
(रामवृक्ष
बेनीपुरी)
|
132
|
1989
|
भारत भूषण
अग्रवाल :
कुछ यादें,
कुछ चर्चाएं
(बिन्दु
अग्रवाल)
|
34
|
1946
|
वे दिन वे
लोग (शिवपूजन
सहाय)
|
133
|
1990
|
सृजन के सेतु
(विष्णु
प्रभाकर)
|
35
|
1946
|
पंच चिह्न
(शांतिप्रसाद
द्विवेदी)
|
134
|
1992
|
याद हो कि न
याद हो
(काशीनाथ
सिंह)
|
36
|
1947
|
मिट्टी के
पुतले
(प्रकाशचन्द्र
गुप्त)
|
135
|
1992
|
निकट मन में
(अजित कुमार)
|
37
|
1947
|
पुरानी
स्मृतियां
और नए स्केच
(प्रकाशचन्द्र
गुप्त)
|
136
|
1992
|
जिनकी याद
हमेशा रहेगी
(अमृत राय)
|
38
|
1947
|
स्मृति की
रेखाएं
(महादेवी
वर्मा)
|
137
|
1992
|
सुधियां उस
चन्दन के वन
की
(विष्णुकान्त
शास्त्री)
|
39
|
1948
|
सन् बयालीस
के संस्मरण
(श्रीराम
शर्मा)
|
138
|
1994
|
लाहौर से
लखनऊ तक
(प्रकाशवती
पाल)
|
40
|
1949
|
माटी हो गई
सोना
(कन्हैयालाल
मिश्र
‘प्रभाकर’)
|
139
|
1994
|
सप्तवर्णी
(गिरिराज
किशोर)
|
41
|
1949
|
एलबम
(सत्यजीवन
वर्मा
‘भारतीय’)
|
140
|
1995
|
लौट आ ओ धार
(दूधनाथ
सिंह)
|
42
|
1949
|
रेखाएं बोल
उठीं
(देवेन्द्र
सत्यार्थी)
|
141
|
1995
|
स्मृतियों
के छंद
(रामदरश
मिश्र)
|
43
|
1949
|
दीप जले शंख
बजे
(कन्हैयालाल
मिश्र
‘प्रभाकर’)
|
142
|
1995
|
मितवा घर
(पदमा सचदेव)
|
44
|
1949
|
ज़्यादा
अपनी, कम
पराई
(‘अश्क’)
|
143
|
1995
|
अग्निजीवी
(प्रफुल्लचन्द्र
ओझा)
|
45
|
1949
|
जंगल के जीव
(श्रीराम
शर्मा)
|
144
|
1996
|
सृजन के
सहयात्री
(रवीन्द्र
कालिया)
|
46
|
1950
|
गेहूं और
गुलाब
(रामवृक्ष
बेनीपुरी)
|
145
|
1996
|
अभिन्न
(विष्णुचन्द्र
शर्मा)
|
47
|
1950
|
क्या गोरी
क्या सांवरी
(देवेन्द्र
सत्यार्थी)
|
146
|
1998
|
यादें और
बातें
(बिन्दु
अग्रवाल)
|
48
|
1950
|
लंका
महाराजिन
(ओंकार शरद)
|
147
|
1998
|
हम हशमत (भाग-2,
कृष्णा
सोबती)
|
49
|
1951
|
अमिट रेखाएं
(सत्यवती
मल्लिक)
|
148
|
2000
|
अमराई (पदमा
सचदेव)
|
50
|
1952
|
हमारे
आराध्य
(बनारसीदास
चतुर्वेदी)
|
149
|
2000
|
वे देवता
नहीं हैं
(राजेन्द्र
यादव)
|
51
|
1952
|
संस्मरण
(बनारसीदास
चतुर्वेदी)
|
150
|
2000
|
यादों के
काफिले
(देवेन्द्र
सत्यार्थी)
|
52
|
1952
|
सेतुबन्ध
(बनारसीदास
चतुर्वेदी)
|
151
|
2000
|
नेपथ्य नायक
लक्ष्मीचन्द्र
जैन
(मोहनकिशोर
दीवान)
|
53
|
1953
|
संस्मरण
(बनारसीदास
चतुर्वेदी)
|
152
|
2000
|
याद आते हैं
(रमानाथ
अवस्थी)
|
54
|
1954
|
ज़िन्दगी
मुस्कायी
(कन्हैयालाल
मिश्र
प्रभाकर)
|
153
|
2001
|
अपने-अपने
रास्ते
(रामदरश
मिश्र)
|
55
|
1954
|
गांधी कुछ
स्मृतियां
(जैनेन्द्र)।
|
154
|
2001
|
अंतरंग
संस्मरणों
में प्रसाद
(सं॰
पुरुषोंत्तमदास
मोदी)
|
56
|
1954
|
ये और वे
(जैनेन्द्र)
|
155
|
2001
|
एक नाव के
यात्री
(विश्वनाथप्रसाद
तिवारी)
|
57
|
1955
|
बचपन की
स्मृतियां
(राहुल
सांकृत्यायन)
|
156
|
2001
|
प्रदक्षिणा
अपने समय की
(नरेश मेहता)
|
58
|
1955
|
मैं भूल नहीं
सकता
(कैलाशनाथ
काटजू)
|
157
|
2002
|
चिडि़या रैन
बसेरा
(विद्यानिवास
मिश्र)
|
59
|
1955
|
रेखाएं और
चित्र
(उपेन्द्रनाथ
अश्क)
|
158
|
2002
|
लखनऊ मेरा
लखनऊ (मनोहर
श्याम जोशी)
|
60
|
1955
|
रेखा और रंग
(विनय मोहन
शर्मा)
|
159
|
2002
|
काशी का
अस्सी
(काशीनाथ
सिंह)
|
61
|
1956
|
मंटो मेरा
दुश्मन या
मेरा दोस्त
मेरा दुश्मन
(उपेन्द्रनाथ
अश्क)
|
160
|
2002
|
लौट कर आना
नहीं होगा
(कान्तिकुमार
जैन)
|
62
|
1956
|
पथ के साथी
(महादेवी
|
161
|
2002
|
नेह के नाते
अनेक
(कृष्णविहारी
मिश्र)
|
63
|
1957
|
जिनका मैं
कृतज्ञ
(राहुल
सांकृत्यायन)
|
162
|
2002
|
स्मृतियों
का शुक्ल
पक्ष (डॉ॰
रामकमल राय)
|
64
|
1957
|
वे जीते कैसे
हैं (श्रीराम
शर्मा)
|
163
|
2003
|
आंगन के
वंदनवार
(विवेकी राय)
|
65
|
1957
|
माटी हो गई
सोना
(कन्हैयालाल
मिश्र
प्रभाकर)
|
164
|
2003
|
रघुवीर सहाय
: रचनाओं के
बहाने एक
संस्मरण
(मनोहर श्याम
जोशी)
|
66
|
1958
|
दीप जले, शंख
बजे
(कन्हैयालाल
मिश्र
प्रभाकर)
|
165
|
2004
|
तुम्हारा
परसाई
(कान्तिकुमार
जैन)
|
67
|
1958
|
बाजे
पायलिया के
घुंघरू
(कन्हैयालाल
मिश्र
प्रभाकर)
|
166
|
2004
|
पर साथ-साथ
चली रही याद
विष्णुकान्त
शास्त्री)
|
68
|
1959
|
रेखाचित्र
(प्रेमनारायण
टंडन)
|
167
|
2004
|
नंगा तलाई का
गांव (डॉ॰
विश्वनाथ
त्रिपाठी)
|
69
|
1959
|
स्मृति-कण
(सेठ
गोविन्ददास)
|
168
|
2004
|
लाई हयात आए
(लक्ष्मीधर
मालवीय)
|
70
|
1959
|
ज़्यादा
अपनी कम
परायी (अश्क)
|
169
|
2004
|
आछे दिन पाछे
गए (काशीनाथ
सिंह)
|
71
|
1959
|
मैं इनका ऋणी
हूं (इन्द्र
विद्यावाचस्पती)
|
170
|
2005
|
सुमिरन को
बहानो
(केशवचन्द्र
वर्मा)
|
72
|
1960
|
प्रसाद और
उनके
समकालीन
(विनोद शंकर
व्यास)
|
171
|
2005
|
मेरे सुहृद :
मेरे
श्रद्धेय
(विवेकी राय)
|
73
|
1962
|
जाने-अनजाने
(विष्णु
प्रभाकर)
|
172
|
2006
|
ये जो आईना
है (मधुरेश)
|
74
|
1962
|
कुछ
स्मृतियां
और स्फुट
विचार (डॉ॰
सम्पूर्णानन्द)
|
173
|
2006
|
जो कहूंगा सच
कहूंगा (डाॅ॰
कान्ति
कुमार जैन)
|
75
|
1962
|
समय के पांव
(माखनलाल
चतुर्वेदी)
|
174
|
2006
|
घर का जोगी
जोगड़ा
(काशीनाथ
सिंह)
|
76
|
1962
|
नए-पुराने
झरोखे
(हरिवंशराय
बच्चन)
|
175
|
2007
|
एक दुनिया
अपनी (डॉ॰
रामदरश
मिश्र)
|
77
|
1962
|
अतीत की
परछाइयां
(अमृता
प्रीतम)
|
176
|
2007
|
अब तो बात
फैल गई
(कान्तिकुमार
जैन)
|
78
|
1963
|
दस तस्वीरें
(जगदीशचन्द्र
माथुर)
|
177
|
2009
|
कुछ यादें :
कुछ बातें
(अमरकान्त)
|
79
|
1963
|
साठ वर्ष : एक
रेखांकन
(सुमित्रानन्दन
पन्त)
|
178
|
2009
|
दिल्ली शहर
दर शहर (डॉ॰
निर्मला
जैन)
|
80
|
1963
|
जैसा हमने
देखा
(क्षेमचन्द्र
सुमन)
|
179
|
2009
|
कालातीत
(मुद्राराक्षस)
|
81
|
1965
|
कुछ शब्द :
कुछ रेखाएं
(विष्णु
प्रभाकर)
|
180
|
2009
|
कितने शहरों
में कितनी
बार (ममता
कालिया)
|
82
|
1965
|
मेरे हृदय
देव (हरिभाऊ
उपाध्याय)
|
181
|
2009
|
हाशिए की
इबारतें
(चन्द्रकान्ता)
|
83
|
1965
|
वे दिन वे
लोग (शिवपूजन
सहाय)
|
182
|
2009
|
मेरे
भोजपत्र
(चन्द्रकान्ता)
|
84
|
1965
|
जवाहर भाई :
उनकी
आत्मीयता और
सहृदयता
(रायकृष्ण
दास)
|
183
|
2009
|
कविवर बच्चन
के साथ (अजीत
कुमार)
|
85
|
1965
|
लोकदेव
नेहरू
(रामधारीसिंह
दिनकर)
|
184
|
2010
|
जे॰ एन॰ यू॰
में नामवर
सिंह (सं॰
सुमन केशरी)
|
86
|
1966
|
विकृत
रेखाएं :
धुंधले
चित्र
(महेन्द्र
भटनागर)
|
185
|
2010
|
अंधेरे में
जुगनू (अजीत
कुमार)
|
87
|
1966
|
स्मृतियां
और कृतियां
(शान्तिप्रय
द्विवेदी)
|
186
|
2010
|
बैकुंठ में
बचपन
(कान्तिकुमार
जैन)
|
88
|
1966
|
चेहरे
जाने-पहचाने
(सेठ
गोविन्ददास)
|
187
|
2010
|
अ से लेकर ह
तक (यानी
अज्ञेय से
लेकर हृदयेश
तक, डॉ॰
वीरेन्द्र
सक्सेना)
|
89
|
1967
|
कुछ रेखाएं :
कुछ चित्र
(कुन्तल
गोयल)
|
188
|
2011
|
कल परसों
बरसों (ममता
कालिया)
|
90
|
1967
|
चेतना के
बिम्ब (डॉ॰
नगेन्द्र)
|
189
|
2011
|
स्मृति में
रहेंगे वे
(शेखर जोशी)
|
91
|
1968
|
बच्चन निकट
से (अजित
कुमार एवं
ओंकारनाथ
श्रीवास्तव)
|
190
|
2011
|
अतीत राग
(नन्द
चतुर्वेदी)
|
92
|
1968
|
संस्मरण और
विचार (काका
साहेब
कालेलकर)
|
191
|
2012
|
स्मृतियों
के गलियारे
से (नरेन्द्र
कोहली)
|
93
|
1968
|
स्मृति के
वातायन
(जानकीवल्लभ
शास्त्री)
|
192
|
2012
|
गंगा स्नान
करने चलोगे
(डॉ॰
विश्वनाथ
त्रिपाठी)
|
94
|
1968
|
घेरे के भीतर
और बाहर
(डाॅ॰
हरगुलाल)
|
193
|
2012
|
आलोचक का
आकाश
(मधुरेश)
|
95
|
1969
|
संस्मरण और
श्रद्धांजलियां
(रामधारी
सिंह दिनकर)
|
194
|
2012
|
माफ़ करना
यार (बलराम)
|
96
|
1969
|
चांद
(पद्मिनी
मेनन)
|
195
|
2012
|
अपने-अपने
अज्ञेय (दो
खंड, ओम
थानवी)
|
97
|
1970
|
व्यक्तित्व
की झांकियां
(लक्ष्मीनारायण
सुधांशु)
|
196
|
2012
|
यादों का
सफ़र (प्रकाश
मनु)
|
98
|
1971
|
जिन्होंने
जीना जाना
(जगदीशचन्द्र
माथुर)
|
197
|
2012
|
हम हशमत (भाग-3,
कृष्णा
सोबती)
|
99
|
1971
|
स्मारिका
(महादेवी
वर्मा)
|
198
|
2013
|
मेरी यादों
का पहाड़
(देवेंद्र
मेवाड़ी)
|
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